मच्छर, मक्खियाँ और ततैया कुछ ऐसे कीट है जो रोजमर्रा हमें हमारे रहने के स्थानों में परेशान करते हैं| यह बीमारियाँ फ़ैलाने के लिए भी उत्तरदायी हैं| यदि आप अपने घर को हानिकारक रसायनों से भरना नहीं चाहते जो कि हमारे वातावरण के लिए भी हानिकारक है, आप प्राकृतिक कीट निवारकों का प्रयोग करें| यह सुरक्षित, पर्यावरण मित्र और किफायती है|
कई ऐसे विकल्प है जो हमारे लिए मददगार साबित होते हैं, जैसे -
अदरक
ज्यादातर लोग अदरक को उसके स्वाद, गंध और औषधीय गुणों के लिए प्रयोग करते हैं परन्तु कीट इसकी गंध के सामने नहीं ठहर सकते हैं | आप इसकी मदद से आसानी से कीटो को दूर रखने वाला द्रव बना सकते हैं| दो बल्ब लहसुन को छील कर कुचल लें और आधे कप पानी में मिला लें और रात भर रहने दें| अगली सुबह इसे छान कर एक स्प्रे बोतल में भर ले| अब इसे प्रयोग किया जा सकता है|
पिसी काफी
ठहरे हुए पानी में काफी का छिडकाव नए मच्छरों को पनपने से रोकता है|
ककड़ी
ककड़ी प्राकृतिक रूप से चींटियों को दूर रखते है| चींटियाँ ककड़ी खीरे के छिलकों की गंध पसंद नहीं करती| यदि आप खीरे के स्लाइस को घर के क्रैक व् दराज के पास रखते हैं तो चींटियाँ दूर रहती है |
तुलसी
तुलसी का महत्व केवल औषधीय गुणों के लिए ही नहीं वरन कीटों को दूर रखने के लिए भी है| तुलसी की तेज़ गंध मक्खी और मच्छर जैसे कीटों को दूर भगाती है| तुलसी को कंटेनर में लगा कर आप इसे दरवाज़ों और खिडकियों के नज़दीक रखें| आप ठहरे हुए पानी के नज़दीक भी तुलसी को रोप सकते है क्योंकि यह मच्छरों को जनने वाले लार्वा के लिए घातक है|
नीम का तेल
नीम का तेल 100% प्राकृतिक वनस्पति तेल है जिसे नीम के फलों और बीजों से निष्कर्षित किया जाता है| इसका प्रयोग विशेषकर कीटों को रोधित करने के लिए किया जाता है|
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